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चौथ का बरवाड़ा मीनेश मन्दिर

            आधुनिक मीना समाज                  मीन भगवान मंदिर                  चौथ का बरवाड़ा                            सवाई माधोपुर भगवान मीनेष अर्थात मत्स्यावतार को समर्पित यह मंदिर सवाई माधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा कस्बें में  स्थित है। चौथ का बरवाड़ा क्षेत्र के मीणा समाज के सहयोग से बना यह भव्य मंदिर साधारण नहीं बल्कि तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस है। भगवान मीनेष के इस मंदिर का 108 फीट ऊँचा गुम्बद लोगों का मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। [1] आम-तौर पर सरसोंकी तूड़ी को अनुपयोगी समझकर जला दिया जाता है, लेकिन सवाई माधोपुर जिले में चौथ का बरवाड़ा क्षेत्र के मीणा समाज ने इस सरसों की तूड़ी को बेचकर इसका उपयोग मंदिर निर्माण कार्य में किया। [2] प्रथम बार इस क्षेत्र के मीणा समाज के लोगों ने सरसों की तूड़ी बेचकर 7 करोड़ रुपये इकट्ठे किये और मीणा समाज के ग्रामीणों की मुहिम रंग लाई और मंदिर का निर्माण शुरू हो गया। चौथ का बरवाड़ा क्षेत्र के मीणों ने धीरे धीरे मंदिर को बनाना शुरू किया और आज यह मंदिर इतना आलीशान बन गया कि मंदिर को देखकर हर कोई आश्चर्यचकित हो जाता है। यह मंदिर पूरी तरह से

Malarna choud history

: 🔯..मीणा समाज का इतिहास ...🔯 .......मीना जाति मुख्यतया भारत के राजस्थान की निवासी होकर अब राजस्थान; मध्य प्रदेश; महारास्ट; दिल्ली आदि राज्यों में निवास करने वाली एक जनजाति है। इन्हे वैदिक युग के मत्स्य गणराज्य के मत्स्य जनजाति का वंशज कहा जाता है, जो कि छठी शताब्दी बी॰सी॰ मे पल्लवित हुये। [1] मीणा भारत कि भील अनुसूचित जन जाति वर्ग से संबन्धित है ! [2] परंतु मध्य प्रदेश मे मीणा (क्रम -३२) विदिशा जिले कि सिरोंज व लटैरी तहसील मे अनुसूचित जन जाति मे सम्मिलित थी जिसे शडयंत्र पूर्वक बगेर राज्य सरकार की अनुशंसा के दिनांक ८/१/२००३ को हटा दिया है जबकि शेष मध्य प्रदेश मे मीना अन्य पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत क्रमांक २१ पर आते है। [3] म प्र के मीना आदिवासी की सूचि मे शामिल होने के लिये प्रयासरत हें इसके लिये 6/10/1996; 4/2/2001 को राजधानी भोपाल मे प्रांतीय सम्मेलन व दिनांक 26/6/2003; 17/1/2007 प्रांतीय प्रतिनिधि सम्मेलन किये तथा दिनांक 7/11/2011 को प्रथम प्रांतीय महिला सम्मेलन आयोजित किया गया! दिनांक 10/10/2015 को भोपाल मे श्री लालाराम मीना (पूर्व न्यायाधीश) प्रदेशाध्यक्ष म प्र मीना समाज सेवा

Malarna choud - village sawai madhopur

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  मलारना चौड़ गांव बोंली पंचायत सीमित सवाई माधोपुर जिले में स्थित है। मलारना चौड़ गांव में मीना जनजाति सबसे अधिक रहती है।मलारना चौड़ कस्बा दौसा सवाई माधोपुर मेगा हाईवे पर लालसोट से 25 किमी दूर सवाई माधोपुर की तरफ स्थित है । गांव के चारो तरफ पांच तालाब है । इनके नाम रामसागर, दुर्गा सागर, दण्ड, देलड़ा, सूरसागर, है । मलारना चौड़ गांव में दुर्गा माता, मीन भगवान, सत्यनारायण भगवान, टाके का बालाजी, के मंदिर स्थित है । टाके का बालाजी मंदिर मलारना कस्बे से 3 किमी दूरी पर रामसागर तालाब के ऊपर और मोरेल बन्ध नहर के नीचे, एक छोटे से तालाब के किनारे स्थित है । दुर्गा माता का मंदिर भी दुर्गा सागर तालाब के किनारे स्थित है , इस मंदिर को सफेद पत्थरो से 2017 में पूर्ण रूप से बनाया गया है । पुराने दुर्गा माता मन्दिर को तोड़कर अच्छे आर्टिटेक की मदद से मन्दिर के गर्भ गृह को बिना छेड़छाड़ के बनाया गया है । इस कस्वे में मीना जनजाति बहुत अधिक सख्या में रहती है। इस कस्बे के मीनाओ में कनहैया पद का चलन जोर शोर है , कन्हैया पद एक सामूहिक गायन शेली है ,जिसमे कई सारे लोग मिलकर पुरानी कथाओ, वर्तमान में समाज की समस्याओ